उदार कला और मानविकी में करियर

आज के समय में छात्र केवल विज्ञान और कॉमर्स के क्षेत्र में ही करियर की तलाश नहीं कर रहे हैं बल्कि मानविकि यानि आर्ट्स के क्षेत्र में भी करियर तलाश रहे हैं। जिसका प्रमुख कारण इस क्षेत्र में करियर विकल्पों की उपलब्धता है। आधुनिक दुनिया में शिक्षा का अंतर्संबंध है। यदि आप साहित्य का अध्ययन कर रहे हैं, तो आप राजनीति या इतिहास को पीछे नहीं छोड़ सकते। यदि आपका विषय समाजशास्त्र है, तो आपको भूगोल और अर्थशास्त्र का ज्ञान होना चाहिए। उदार कला और मानविकी में कार्यक्रम समाजशास्त्र, कला और संगीत जैसे विषयों के माध्यम से छात्रों को संस्कृति और समाज के बारे में सिखाते हैं। ये अंतःविषय कार्यक्रम मानव विकास, संस्कृति और रचनात्मकता की खोज के माध्यम से एक विविध शिक्षा प्रदान करते हैं।

क्या होता है लिबर्ल आर्ट्स

लिबरल आर्ट्स यानि उदार कला सदियों पहले जन्म लेने वाली लिबरल आर्ट्स को शुरू में ऐसे सब्जेक्ट्स का मिश्रण माना जाता था जो किसी भी इंसान को 'ज्ञानपूर्ण' बनाने का काम करते हैं. लिबरल एजुकेशन सबसे पहले ईसा पूर्व सातवीं शताब्दी में शुरू हुई थी. इसका उद्देश्य कोर्सेज से जुड़ी सभी तरह की सीमाओं को खत्म करना था. इसकी खासियत अहम मुद्दों का चुनौतीपूर्ण तरीके से सामना करना है और यह किसी खास कोर्स या स्टडी से इतर स्टडी की अलग राह है.'
लिबरल एजुकेशन से छात्र विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ पाते हैं और इससे वे व्यापक द़ृष्टिकोण से पूर्ण हो सकते हैं. शाब्दिक अर्थों में लिबरल एजुकेशन के मायने एजुकेशन से 'आजादी' है और लिबरल आर्टस को सोशल साइंसेज और ह्यूमैनिटीज की स्टडी के रूप में देखा जाता है. लेकिन, लिबरल एजुकेशन का विषय हमारी विरासत का एक हिस्सा रहा है. सदियों पहले देशभर में इसी सिद्धांत के आधार पर गुरुकुलों की स्थापना की गई थी. आज यह पूर्ण रुप से फल-फूल रहा है। शिक्षा के इस नए स्टाइल से बढ़ता परिचय भारत में लिबरल एजुकेशन और लिबरल आर्टस कॉलेजों की मौजूदगी को मजबूत बनाने की दिशा में पहला कदम है.

कोर्स का विवरण: 

ज्यादातर लिबरल एजुकेशन कोर्सेज चार साल के लिए तैयार किए गए होते हैं. पहले दो साल फाउंडेशन ईयर्स होते हैं और अगले दो साल में स्टूडेंट के चयन के मुताबिक माइनर सब्जेक्ट्स के अध्ययन पर ध्यान केंद्रित किया जाता है. इस तरह स्टूडेंट्स को कोर्स का व्यापक अनुभव मिलता है. उन्हें इस बात का मौका मिलता है कि वे अपनी दिलचस्पी का पता लगा सकें और इस बात का मौका मिलता है कि वे अपनी दिलचस्पी का पता लगा सकें और इस बात की नॉलेज के फायदे भी उठा सकते हैं कि विभिन्न डिसिप्लिन को एक-दूसरे से कैसे जोड़ा जाए.

उदार कला एवं मानविकी में करियर विकल्प

एक लिब्रल आर्ट्स एवं मानविकी के छात्र के पास बहुत सारे करियर विकल्प हैं. इस कोर्स को करने के बाद छात्र बहुत सारे नौकरी के अवसर पा सकते हैं. इनमें प्रोफेसर, लेक्चरर, एक्टिविटीज असिस्टेंट, एक्टिविटीज डायरेक्टर, एडमिनिस्ट्रेटर, केस मैनेजर, चर्च पैस्टर, कम्यूनिटी एडवोकेट, पब्लिक वेलफेयर सोशल वर्कर और मीडिया इंस्ट्रक्टर हैं.
 यही नहीं उदार कला और मानविकी में शामिल विभिन्न विषय व्यक्ति को करियर चुनने के लिए कई प्रकार के विकल्प प्रदान करते हैं। इनमें लेखांकन, पत्रकारिता, अनुसंधान, लेखन, सामाजिक कार्य, प्रकाशन, पुस्तकालय संचालन, शिक्षण या धन उगाही में करियर शामिल हैं। उदार अध्ययन स्नातक विज्ञान, विपणन, सरकार, व्यवसाय, या शिक्षण में करियर के लिए पात्र हैं।

लिबरल आर्ट्स के छात्रों के लिए असीम गुंजाइश है। उदार कला की डिग्री मीडिया, मनोविज्ञान, मनोरंजन, व्यावसायिक अध्ययन और इतने पर जैसे क्षेत्रों में काम करने की तैयारी में छात्रों की मदद करेगी। एक उदार कला की डिग्री अंतःविषय सीखने पर ध्यान केंद्रित करती है जो गणित को साहित्य, भाषा से विज्ञान से जोड़ती है। लिबरल आर्ट्स के छात्रों के पास एक समृद्ध, मूल कैरियर में विषयों के अन्यथा अजीब संयोजन को मोड़ने की संभावना है। यह आपको उच्च अध्ययन और उनके प्रवेश द्वार के लिए भी तैयार करता है।

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