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आहार विशेषज्ञ और पोषण विशेषज्ञ
क्या आपको स्वस्थ रहना एवं दूसरों को स्वस्थ रखना पसंद है, क्या आप पौष्टिक भोजन खाना और खिलाना पसंद करते हैं यदि हां तो आहार विशेषज्ञ और पोषण विशेषज्ञ के रूप में आप एक अच्छा करियर विकल्प तलाश सकते हैं। आप एक आहार विशेषज्ञ और पोषण विशेषज्ञ जिसे डायटिशियन भी कहा जाता है बनकर भविष्य के लिए एक शानदार करियर बना सकते हैं। आहार विशेषज्ञ और पोषण विशेषज्ञ के रुप में लोगों को स्वस्थ रखने और उनकी उम्र, स्वास्थ्य की स्थिति और शरीर की अन्य आवश्यकताओं के अनुसार सही खाना खिलाने में उनकी मदद करना होता है। यदि आप एक संतोषजनक और पुरस्कृत करियर में रुचि रखते हैं, तो यह करियर आपको काम करने और समृद्धि के लिए क्षेत्रों की अधिकता प्रदान करता है।
यदि देखा जाए तो बदलते समय ने हमारी दिनचर्या और खानपान की आदतों में काफी बदलाव ला दिया है। जंक फूड के नाम से सुपरिचित अनेक खाद्य पदार्थ और शीतल पेय अनगिनत लोगों की जीवन शैली का महत्वपूर्ण अंग बन चुके हैं। इस तरह उपयुक्त पौष्टिक व सुपाच्य आहार के अभाव में लोग पाचन सम्बन्धी व अन्य शारीरिक परेशानियों का सामना करने को मजबूर हो रहे हैं। ऐसे में खानपान सम्बन्धी सही जानकारी देने के लिए योग्य व्यक्ति की आवश्यकता पड़ती है। यह कार्य निःसन्देह आहार विशेषज्ञ या डायटीशियन ही बेहतर ढंग से कर सकता है।
आहार विशेषज्ञ और पोषण विशेषज्ञ के कार्य
आहार-पोषण विशेषज्ञ- भोजन सेवा कार्यक्रम जैसे कैफेटेरिया, अस्पताल या खाद्य निगम में भोजन कार्यक्रम की योजना बनाते हैं। कुछ कर्तव्यों में आप शामिल हो सकते हैं: भोजन खरीदना, व्यवसाय से संबंधित कार्य करना, भोजन की योजना बनाना, रसोई कर्मचारियों की देखरेख करना और अन्य आहार विशेषज्ञ या प्रबंधन से संबंधित अन्य कार्य करते हैं। पोषण विशेषज्ञ हमें कितना और क्या खाना चाहिए, में मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। वे आहार और स्वास्थ्य के बीच संबंधों का अध्ययन करने के साथ-साथ व्याख्या भी करते हैं। वे पोषक तत्वों और पोषण की स्थिति से प्रभावित रोगों से पीड़ित रोगियों के लिए पोषण सेवाएं प्रदान करते हैं। समुदायों और आबादी के स्वास्थ्य और कल्याण की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रोग्रामिंग पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
डायटीशियन संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर उपयुक्त आहार सम्बन्धी परामर्श देने के साथ−साथ मोटापे से परेशान लोगों को राहत देने का और सही जीवन शैली अपनाने को प्रेरित करने का काम भी करता है। तन और मन को स्वस्थ रखने वाले सही भोजन, एकाधिक बेमेल खाद्य पदार्थों से बचने, विभिन्न साध्य−असाध्य रोगों से ग्रस्त व्यक्तियों के उचित आहार का विवरण तैयार करना, विभिन्न कार्य क्षेत्रों से जुड़े लोगों का ऊर्जा की आवश्यकता के अनुसार सही आहार तय करना आदि मामलों में प्रशिक्षित डायटीशियन की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। सुडौल और आकर्षक देहयष्टि की अभिलाषी जागरूक युवतियां और महिलाएं भी डायटीशियन का नियमित मार्गदर्शन प्राप्त कर लाभान्वित होती हैं। आम युवती, मॉडल, अभिनेता−अभिनेत्री, व्यवसायी, कामकाजी और घरेलू महिलाएं यानी विभिन्न वर्गों के लोग प्रायः नियमित रूप से डायटीशियन से परामर्श प्राप्त करते हैं।
आहार विशेषज्ञ और पोषण विशेषज्ञ की भूमिका
- मरीजों के पोषण संबंधी मुद्दों और स्वास्थ्य आवश्यकताओं की व्याख्या और आकलन करना।
- भोजन की योजना लागत और ग्राहकों की प्राथमिकता दोनों को ध्यान में रखते हुए विकसित करना।
- भोजन योजनाओं के प्रभावों का मूल्यांकन करना और आवश्यकतानुसार योजनाओं को बदलना
- आहार, पोषण और अच्छी खाने की आदतों के बीच संबंधों और विशिष्ट बीमारियों को रोकने या प्रबंधित करने के बारे में समूहों को वार्ता देकर बेहतर पोषण को बढ़ावा देना
- नवीनतम पोषण विज्ञान अनुसंधान के साथ रहना।
- पोषण एवं आहारिकी कोर्स का मुख्य उद्देश्य होता है- पोषण एवं आहार से जुड़ी परेशानियों को जनसँख्या के एक तबके को लेकर चिह्नित करना।
- देश में मौजूद पोषण एवं आहार से जुडी समस्याओं के नियंत्रण के लिए सामाजिक, आर्थिक एवं तकनीकी रूप से सक्षम विधिओं का विकास करना।
- पोषण एवं आहार से जुडी योजनाओं के प्रबंधन व प्रशासन के लिए नयी तकनीकों का विकास करना तथा उन्हें ज़मीनी स्तर पर लागू करना।
- पोषण के क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा देकर भावी वैज्ञानिकों की एक पौध तैयार करना।
- पोषण से जुड़े मुद्दों पर सरकार एवं अन्य स्वस्थ्य संस्थानों को समय-समय पर सलाह देते रहना।
आहार विशेषज्ञ और पोषण विशेषज्ञ के आवश्यक कौशल
व्याख्या कौशल- आहार विशेषज्ञ को नवीनतम पोषण अनुसंधान के साथ खुद को अपडेट रखना चाहिए और वैज्ञानिक अध्ययनों की व्याख्या करने और पोषण विज्ञान को व्यावहारिक खाने की सलाह में अनुवाद करने में सक्षम होना चाहिए।
प्रबंधन कौशल- आहार विशेषज्ञ और पोषण विशेषज्ञ को संगठित रहने की क्षमता होनी चाहिए। किसे क्या खाद्य संबधी जानकारी देना है इस बात का पता होना चाहिए।
व्यवहार पढ़ने का कौशल- आहार विशेषज्ञ और पोषण विशेषज्ञ लोगों को भोजन के विकल्प और स्वास्थ्य व्यवहार को नियंत्रित करने वाले कारकों को बेहतर ढंग से समझने के लिए व्यवहार को समझना चाहिए। कई बार व्यक्ति कई बातों को छुपा कर बताते हैं अतः उनकी बातों को समझना आना चाहिए।
लोग कौशल- आहार विशेषज्ञ और पोषण विशेषज्ञ ग्राहकों के लक्ष्यों और चिंताओं को समझने के लिए ध्यान से सुनना चाहिए। आहार संघर्षों को दूर करने और ग्राहकों की मदद करने के लिए उन्हें सशक्त होना होगा।
संचार कौशल- अच्छा संचार आहार विशेषज्ञ और पोषण विशेषज्ञ को जटिल विषयों को इस तरह से समझाने में मदद करता है, जिसे कम तकनीकी ज्ञान वाले लोग समझते हैं।
आहार विशेषज्ञ और पोषण विशेषज्ञ के लिए शैक्षणिक योग्यता
एक चिकित्सक या पोषण विशेषज्ञ के रूप में एक कोर्स को आगे बढ़ाने के लिए, आपको अपने 10 + 2 में विज्ञान पृष्ठभूमि की आवश्यकता है। इसके बाद आप गृह विज्ञान में बीएससी का चयन कर सकते हैं। देश भर में कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय हैं जो इस कोर्स की पेशकश करते हैं। वास्तव में, एक आहार विशेषज्ञ बनने के लिए, आप खाद्य प्रौद्योगिकी या पोषण में स्नातक की डिग्री करना चुन सकते हैं। पोषण और आहार विज्ञान में बी.एससी के अलावा, स्नातक के अन्य पसंदीदा क्षेत्र गृह विज्ञान, खाद्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी, चिकित्सा, होटल प्रबंधन या खानपान प्रौद्योगिकी हैं।
भारत में आहार विशेषज्ञ और पोषण विशेषज्ञ में करियर संभावनाएं
भारत में, नैदानिक आहार विशेषज्ञ अस्पतालों, नर्सिंग देखभाल सुविधाओं और अन्य स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं में रोजगार पा सकते हैं। सामुदायिक आहार विशेषज्ञ कल्याण कार्यक्रमों, सार्वजनिक स्वास्थ्य संगठनों और अन्य स्वास्थ्य रखरखाव संगठनों के साथ काम कर सकते हैं। डाबर जैसे खाद्य निर्माण में शामिल संगठन नए उत्पादों के अनुसंधान के लिए आहार विशेषज्ञ की सेवाओं का भी उपयोग करते हैं। स्वस्थ जीवनयापन के लिए आहार चार्ट की योजना बनाने के लिए कॉरपोरेट और मीडिया संगठनों द्वारा आहार विशेषज्ञ भी नियुक्त किए जाते हैं। कुछ आहार विशेषज्ञ मोटापे और मधुमेह के विशेषज्ञ भी हैं।
मरीज की उम्र, रोग, क्षमता, खानपान की आदतों, जीवन शैली, पाचन तन्त्र आदि के अनुरूप चिकित्सा के दौरान और उसके बाद आहार विशेषज्ञ द्वारा दिए गये परामर्श की आवश्यकता होती है। अधिकांश छोटे−बड़े अस्पताल, हॉस्टल, शिक्षण संस्थान, विभिन्न प्रतिष्ठानों की कैन्टीनों, भोजनालयों, होटलों, फिटनेस केन्द्रों, फूड प्रोसेसिंग केन्द्रों, यूनिसेफ, विश्व स्वास्थ्य संगठन, मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन संचालित विभिन्न संस्थानों आदि में डायटीशियन की सेवाएं ली जाती हैं। टीवी चैनलों और पत्र−पत्रिकाओं में नियमित रूप से आहार संबन्धी जानकारी देने का काम डायटीशियन ही करता है।
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