पौधा वैज्ञानिक

पेड़-पौधे से हमारा वातावरण स्वस्थ रहता है, इसके साथ ही पौधों से हमें जीवित रहनें के लिए आक्सीजन प्राप्त होती है, पेड़- पौधे भी मनुष्यों और जानवरो की भांति संक्रामक रोगों से प्रभावित होते है। जिन्हें सुरक्षा और संरक्षण की आवश्यकता होती है। यदि बागवानी आपको आकर्षित करती है और आप अपने आंगन में फूलों और पौधों की नई किस्मों को उगाना पसंद करते हैं, तो आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि आपका शौक आपके लिए आकर्षक करियर विकल्प में आकार ले सकता है। बस आपको प्लांट वैज्ञानिकों और संबंधित करियर के अवसरों के लिए सही शिक्षा और प्रशिक्षण की आवश्यकता है।

पेड़- पौधों को संक्रामक रोगों से बचानें के लिए पाद्प वैज्ञानिकों की आवश्यकता होती है। वर्तमान समय में इस क्षेत्र में जानकारों तथा विशेषज्ञों की मांग अधिक है,जिसके कारण आप इस क्षेत्र में अपनी रूचि के अनुसार अपना बेहतर करियर बना सकते है, यह एक प्रकार का वैज्ञानिक अध्ययन होता है, इसमें पौधों को स्वस्थ बनाये रखनें का प्रयास किया जाता है, और उनको परीक्षण के दौरान उनके रोंगो को पता किया जाता है, रोग पता होने के बाद उनके उपचार के लिए दवाओं का रिसर्च किया जाता है | पौधों में रोग पर्यावरण की स्थिति व संक्रामक जीवों द्वारा होता है, विभिन्न प्रकार के जीवों में कई प्रकार के रोग होते है, वह जीव पौधों के संपर्क में आते ही वही रोग पौधों में हो जाता है, इस कारण से प्लांट पैथोलॉजी में जीवों में होने वाली बीमारियों का भी अध्ययन कराया जाता है, जिससे पौधों में होने वाले रोगों का समय पर निवारण किया जा सके |

पाद्प वैज्ञानिक कहाँ काम कर सकते हैं

पादप विज्ञान में डिग्री छात्रों को पौधों के बारे में अनुसंधान या शिक्षण से संबंधित क्षेत्रों में करियर या आगे के अध्ययन के लिए तैयार करती है। पौधों को भोजन या फाइबर (क्षेत्र की फसलों, सब्जियों, फलों या दाख की बारियां), सजावटी पौधों के उत्पादन, कीट प्रबंधन, पौधे के रूप में विकसित करती है। प्रजनन, पौधों की पैथोलॉजी और पौधों की सुरक्षा आदि में आप अपनी रुचि या विशेषज्ञता के क्षेत्र के अनुसार विविध क्षेत्रों में काम कर सकते हैं।
  • पाद्प वैज्ञानिक कृषि विज्ञान फसल की पैदावार बढ़ाने का कार्य करते हैं
  • वनस्पति उद्यान
  • प्लांट बायोटेक्नोलॉजी (एक बढ़ता हुआ क्षेत्र जहां शोधकर्ता पौधों में सुरक्षात्मक या पोषण जीन डालते हैं),
  • पादप प्रजनन (रोग प्रतिरोधी और उच्च उपज वाले पौधे की किस्में विकसित करना)
  • भोजन विज्ञान
  • वानिकी और प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन
  • बागवानी (सभी काम, व्यावसायिक या वैज्ञानिक रूप से, फूलों, सब्जियों, फलों, टर्फ और वानिकी के साथ)
  • फूलों की खेती (फूलों के साथ बढ़ती, विपणन और डिजाइनिंग) और बागवानी
  • शराब का उत्पादन
  • परिदृश्य वास्तुकला
  • पौधों की विकृति (रोगों पर नियंत्रण)
  • सहकारी विस्तार
  • उद्यान लेखक और फोटोग्राफर या विज्ञान पत्रकारिता
  • एथ्नोबोटनी और औषधीय पौधे आदि का कार्य करते हैं।

पौधा वैज्ञानिकों की भूमिका

  • कृषि के विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान का संचालन करना।
  • किसानों या अन्य भूस्वामियों को उन तरीकों के बारे में जानकारी या सिफारिशें प्रदान करना जिनमें वे भूमि का सर्वोत्तम उपयोग कर सकते हैं, पौधे की वृद्धि को बढ़ावा दे सकते हैं, या कटाव जैसी समस्याओं से बच सकते हैं।
  • क्षेत्र फसलों और खेत जानवरों की मात्रा और गुणवत्ता में सुधार करने के तरीके विकसित करना।
  • नए खाद्य उत्पाद बनाएं और उन्हें संसाधित करने, पैकेज करने और वितरित करने के नए और बेहतर तरीके विकसित करना।
  • मिट्टी की संरचना का अध्ययन करेना क्योंकि यह पौधे के विकास से संबंधित है।
  • वैज्ञानिक समुदाय, खाद्य उत्पादकों और जनता के लिए अनुसंधान निष्कर्षों का संचार करना।

पौधे वैज्ञानिक होने के लिए आवश्यक कौशल

शैक्षणिक योग्यता: पौधे के वैज्ञीनिक बनने के लिए आपको स्नातक के लिए 12वीं में फिजिक्स, कैमिस्ट्री और बॉयोलॉजी मे कम-से-कम 50 फीसदी अंक जरूरी है। ग्रेजुएशन के बाद मास्टर्स और डॉक्टरेट डिग्री का विकल्प भी आपके पास उपलब्ध होता है। इसमें एडमिशन प्रवेश परीक्षा व मैरिट के आधार पर होता है। प्लांट टैक्सोनॉमी जैसी विशेषज्ञता के साथ एमएससी या एमटेक; प्लांट पैथोलॉजी, प्लांट मॉर्फोलॉजी, प्लांट फिजियोलॉजी, प्लांट जेनेटिक्स, प्लांट इकोलॉजी एन्टोमोलॉजी, नेमाटोलॉजी और वीड साइंस आदि से संबंधित कोर्स भी कर सकते हैं।

स्वतंत्र सोच: संयंत्र वैज्ञानिकों को स्वतंत्र रूप से काम करने में सक्षम होना चाहिए।

मौखिक और लेखन संचार: टीम के अन्य सदस्यों और परियोजना से संबंधित अन्य वैज्ञानिकों को स्पष्ट और संक्षिप्त रूप से संवाद करने में सक्षम होना चाहिए।

बुनियादी व्यापार सिद्धांत: इनमें से अधिकांश वैज्ञानिकों को बुनियादी व्यापार सिद्धांतों, सांख्यिकीय तकनीकों को लागू करने की क्षमता की समझ की भी आवश्यकता होती है।

कंप्यूटर ज्ञान: डेटा का विश्लेषण करने और जैविक और रासायनिक प्रसंस्करण को नियंत्रित करने के लिए कंप्यूटर का उपयोग करने की क्षमता होनी चाहिए।

पौधा वैज्ञानिक में करियर संभावना

पौधा वैज्ञानिक कृषि विश्वविद्यालयों, 40 भारतीय कृषि अनुसंधान, परिषद संस्थानों, सरकारी बीज उत्पादक एजेंसियों जैसे राष्ट्रीय बीज निगम व राज्य बीज निगमों में शिक्षा व अनुसंधान में करियर बना सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय फसल अनुसंधान संस्थान भी प्लांट ब्रीडर्स को अत्यधिक उच्च कोटि के रोजगार प्रदान करते हैं। भारतीय बीज उद्योग तथा बहुराष्ट्रीय समूह भी रोजगार के व्यापक अवसर देते हैं। इसके अलावा, हमारे देश में 500 से अध‍िक निजी क्षेत्र की बीज कंपनियां कार्यरत हैं। इनमें भी प्लांट ब्रीडिंग विशेषज्ञों को हाथो-हाथ लिया जाता है। रिसर्चर, प्लांट स्पेशलिस्ट, हैल्थ मैनेजर, टीचर, कंसल्टेंट आदि के रुप में आप करियर बना सकते हैं।

प्लांट वैज्ञानिक इन कंपंनियों में करियर बना सकते हैं। 
  • एग्रीकल्चरल कंसल्टिंग कंपनी
  • एग्रोकैमिकल कंपनी
  • सीड एंड प्लांट प्रोड्क्शन कंपनी
  • इंटरनेशनल एग्रीकल्चरल रिसर्च सेंटर्स
  • बॉटेनिकल गार्डन्स
  • बॉयोटेक्नोलॉजी फर्म
  • बॉयोलॉजिकल कंट्रोल कंपनी
  • एग्रीकल्चरल रिसर्च सर्विस
  • फॉरेस्ट सर्विस
  • एनीमल एंड प्लांट हैल्थ इंसपेक्शन सर्विस
  • एनवायरमेंटल प्रोटेक्शन  एजेंसी
  • स्टेट डिपार्टमेंट्स ऑफ एग्रीकल्चरल एनवायरमेंटल आदि। 

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