शेफ और हेड कुक

यदि आपको खाना बनाना और खिलाना पसंद है, यदि आप खाने के साथ नए-नए प्रयोग करना पसंद करते हैं, यदि खाने को परोसने से पहले उकी सजावट करना आपको अच्छा लगता है तो आप शेफ एवं मुख्य कुक के रुप में एक शानदार करियर बना सकते हैं।  यह करियर नवोदित शेफ के लिए अच्छी नौकरी की संभावनाएं प्रदान करता है और कैफ़ेटेरिया, हवाई जहाज, क्रूज़ जहाज और कार्य शिविर, कॉर्पोरेट, होटल और रेस्तरां के रूप में विभिन्न सेटिंग्स में काम करने का अवसर देता है। यदि आप अधिक रचनात्मक हैं, तो एक खाद्य सलाहकार या कुक बुक लेखक बनने के लिए आगे बढ़ सकते हैं।

शेफ या हेड कुक को स्वाद और गंध की गहरी समझ होनी चाहिए, और भोजन को तेजी से चालू करने के लिए कुशलता से काम करना चाहिए। व्यक्तिगत स्वच्छता आवश्यक है क्योंकि अधिकांश राज्यों को स्वास्थ्य प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है जो यह दर्शाता है कि श्रमिक संचारी रोगों से मुक्त हैं। पिछले कुछ सालों से भारत में होटल इंडस्‍ट्री में बहुत तेजी आई है। खुली हुई ग्‍लोबल अर्थव्‍यवस्‍था अपनाने की वजह से भारत में व्‍यापार तेजी से बढ़ा है। जिस तेजी से व्‍यापार बढ़ रहा है, उतनी ही तेजी से भारत आने वाले विदेशियों की संख्‍या में भी इजाफा हो रहा है। जिसकी वजह से होटल व रेस्‍टोरेंट में अच्‍छे शेफ की मांग दिन पर दिन बढ़ती जा रही है।

शेफ और हेड कुक के कार्य

शेफ का काम किसी रेस्तरां, होटल, फास्ट फूड चेन में खाना बनाना होता है। जबकि हेड कुक की भूमिका मिल जाती है तो मेन्यू प्लान करना, सामान मंगाना, तैयारियों का सुपरविजन करना, किचन के स्टाफ को निर्देश देना उसकी जिम्मेदारियों में शामिल हो जाता है। शेफ के रूप में अच्छी क्वालिटी का स्वादिष्ट खाना तैयार करना उसका धर्म है क्योंकि उसी के आधार पर ग्राहक आएंगे और फूड बिजनेस चलेगा। शेफ को अलग-अलग किस्म के व्यंजनों और उन्हें तैयार करने की विधि के बारे में जानकारी होनी चाहिए। 

शेफ और हेड कुक की भूमिका

  • भोजन और सामग्री की ताजगी की जाँच करना।
  • रसोइयों और अन्य खाद्य तैयारी श्रमिकों की गतिविधियों का पर्यवेक्षण और समन्वय करना।
  • व्यंजनों को विकसित करना और निर्धारित करना कि भोजन कैसे प्रस्तुत किया जाए।
  • मेनू की योजना बनाना और समान सर्विंग आकार और भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करना।
  • स्वच्छता और कार्यक्षमता के लिए आपूर्ति, उपकरण और कार्य क्षेत्रों का निरीक्षण करना।
  • भोजन पकाने वाले, भोजन बनाने वाले अन्य कर्मचारियों को किराए पर लेना, प्रशिक्षित करना और उनकी देखरेख करना।
  • कुशल संचालन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक खाद्य और आपूर्ति की सूची का आदेश और रखरखाव करना।
  • स्वच्छता प्रथाओं की निगरानी करना और सुनिश्चित करना कि रसोई सुरक्षा मानकों का पालन किया जाता है।

शेफ और हेड कुक के कौशल

संचार कौशल: शेफ या हेड कुक यानि रसोइयों को रेस्टोरेंट के अन्य कर्मचारियों, विक्रेताओं और रेस्तरां के ग्राहकों के साथ संवाद करना चाहिए और अपने आदेश स्पष्ट और प्रभावी तरीके से संप्रेषित करने चाहिए। खाना बनाने और सिखाने के समय संवाद अति आवश्यक है। 

व्यावसायिक कौशल: कार्यकारी शेफ को रेस्तरां के के व्यवसाय को समझना चाहिए। उसके अंदर  प्रशासनिक कौशल होना चाहिए। उसे पता होना चाहिए कि व्यापार को कैसे आगे बढ़ाया जा सकता है।

रचनात्मकता: शेफ और हेड कुक को रोचक और नवीन व्यंजनों को विकसित करने और तैयार करने के लिए रचनात्मकता की आवश्यकता होती है। उन्हेंम खाना बनाने और परोसने में रचनात्मक होना चाहिए।

नेतृत्व कौशल: शेफ और हेड कुक  के पास रसोई कर्मचारियों को प्रेरित करने और उनके साथ रचनात्मक और सहकारी कार्य संबंध विकसित करने की क्षमता होनी चाहिए।

स्वाद और गंध पहचानना: सभी शेफ और हेड कुक को भोजन को सजाने और  भोजन का निरीक्षण करने के लिए स्वाद और गंध की गहरी समझ होनी चाहिए जो ग्राहकों को पसंद आए।

समय-प्रबंधन कौशल: शेफ और हेड कुक को कुशलतापूर्वक अपने समय और रसोई कर्मचारियों के समय का प्रबंधन करने में सक्षम होना चाहिए ताकि वे रसोई को कुशलतापूर्वक चला सकें।

टीम वर्क: शेफ और हेड कुक को टीम के साथ-साथ स्वतंत्र रूप से काम करने में सक्षम होना चाहिए।

भोजन का ज्ञानः विदेशी कुजिन्‍स की जानकारी होना बहुत जरूरी है। कम से कम सामग्री से ज्‍यादा से ज्‍यादा रेसिपी बनाने में महारत हासिल हो। खाना बनाना और भोजन परोसने की कला को अच्‍छी तरह समझने वाला व्‍यक्ति ही शेफ बन सकता है। पाचन प्रणाली पर भोजन में इस्‍तेमाल होने वाले केमिकल्‍स की जानकारी होना जरूरी है।

शारीरिक स्वस्थः  शेफ और हेड कुक बनने के लिये आपका शारीरिक रूप से फिट होना बेहद जरूरी है। क्‍योंकि एक शेफ को अपना अधिकतर काम खड़े होकर ही करना पड़ता है।
शेफ को यह पता होना चाहिए कि पाचन प्रणाली किस प्रकार काम करती है।

शैक्षणिक योग्यता

शेफ और हेड कुक बनने के लिये दसवीं के बाद आप कोर्स कर सकते हैं।  आप 10 + 2 तक शिक्षा हासिल करने के बाद ही इससे संबंधित कोई कोर्स कर कर सकते है। शेफ बनने के लिये आपको होटल मैनेजमेंट का कोर्स करना जरूरी होता है। शेफ बनना भी होटल मैनेजमेंट का ही एक हिस्‍सा है।  इस कोर्स के दौरान स्‍टूडेंटस कई सारी चीजें करना सीखते हैं। शेफ, फ्रंट ऑफिस मैनेजमेंट, बार टेंडर हाउसकीपिंग आदि चीजें भी इस कोर्स के अंतर्गत सिखाई जाती हैं।प्रशिक्षण पूरा करने के बाद शेफ बनने तक एक खास पदानुक्रम में रहना पडता है। सबसे पहले किचन में प्रशिक्षु बनता है और उसके बाद अन्य पदों से चलते हुए शेफ और एक्जिक्यूटिव शेफ तक का रास्ता तय होता है। कॉमिस3, कॉमिस2, कॉमिस1, डेमी-शेफ-डे-पार्टी, चीफ-डे-पार्टी, सॉस (डिप्टी) शेफ, सीनियर सॉस शेफ, एक्जिक्टिव सॉस शेफ और एक्जिक्यूटिव शेफ।

शेफ और हेड कुक की करियर संभावनाएं 

शेफ और हेड कुक एक शेफ रेस्तरां प्रबंधन, पेस्ट्री शेफ और होटल, क्लब और अप-स्केल रेस्तरां में अन्य संबंधित पदों सहित कई प्रकार के करियर के लिए काम कर सकते है। पर्याप्त अनुभव एकत्र करने के बाद, एक शेफ हमेशा अपने दम पर सेट कर सकता है और अपने स्वयं के होटल / रेस्तरां / क्लब को खोल सकता है। भारत में अस्पताल उद्योग खुलने के साथ विशेष शेफ की मांगों में वर्षों से वृद्धि हुई है। फूड क्राफ्ट, फूड प्रोडक्शन, फूड एंड बेवरेजेज सर्विस या बेरी कंफेक्शनरी में डिग्री, डिप्लोमा या सर्टीफिकेट हासिल करने के बाद रोजगार के कई रास्ते खुल जाते हैं। होटल या रेस्तरां, एयर केटरिंग, रेलवे केटरिंग, आर्मी केटरिंग, फूड प्रोसेसिंग कंपनीज, कंफेक्शनरीज, थीम रेस्तरां, मॉल्स, बेस किचन, निजी अस्पताल, क्लूज लाइनर, कॉरपोरेट केटरिंग में नौकरी के अवसर उपलब्ध हैं। यहां वेतन भी बढिया मिलता है। इनके अलावा, खान-पान पर लेखन किया जा सकता है, किताबें लिखी जा सकती हैं, अपना रेस्तरां खोला जा सकता है। पर्यटन को लेकर बढती गतिविधियों में इनका स्थान भी महत्वपूर्ण है। लिहाजा, होटलों की भरमार है और करियर के लिहाज से अपरा संभावनाएं मौजूद हैं।

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