निर्माता और निर्देशक

किसी फिल्म को बनाने में एक निर्माता और निर्देशक का ही होता है। किसी भी फिल्म एवं टीवी सीरियल या किसी भी तरह के विज्ञापन का निर्माण एक निर्माता एवं निर्देशक करते हैं। यह किसी फिल्म की रीढ़ होते हैं जिनकी मेहनत के बाद फिल्म आपके सामने प्रस्तुत होती है। एक फिल्म निर्माता फिल्म में जहां बाहरी रुप से जुडा होता है वहीं निर्देशक उसमें आतंरिक रुप से जुड़ा होता है।  निर्माता और निर्देशक मोशन पिक्चर्स, स्टेज, टेलीविजन, रेडियो या वीडियो शो का निर्माण या निर्देशन करते हैं। शो या फिल्में जो आप मंच पर या स्क्रीन पर देखते हैं, वे निर्देशकों और निर्माताओं के उत्पाद का परिणाम होती है। एक निर्देशक और निर्माता का काम मुख्य रूप से स्क्रिप्ट प्राप्त करने के बाद शुरू होता है। वे स्क्रिप्ट के माध्यम से उसके विस्तार में जाते हैं और फिर अभिनेताओं और तकनीशियनों सहित चालक दल को अंतिम रूप देते हैं।

फिल्म निर्माता और निर्देशक में अंतर

फिल्म का निर्माण करने वाला फिल्म प्रोड्यूसर कहलाता है। प्रोड्यूसर अपनी फिल्म से संबंधित सबसे अहम फैसले लेता है। लेकिन करोड़ों रुपये में बनने वाली फिल्म में सारा पैसा प्रोड्यूसर अपनी जेब से नहीं लगाता, बल्कि वो अलग अलग चरणों में पैसा जुटाता है, जिसके लिए कुशल मैनेजमेंट की ज़रुरत होती है। सबसे पहले प्रोड्यूसर तय करता है कि वो कैसी फिल्म बनाएगा – कॉमेडी, ड्रामा, सस्पेंस, थ्रिलर, एक्शन या रोमांटिक?
फिर प्रोड्यूसर एक अच्छी कहानी तलाशता है, जो चल निकले। ये कहानी किसी लेखक के उपन्यास की हो सकती है या प्रोड्यूसर किसी लेखक से भी कहानी लिखवा सकता है। इसके बाद फिल्म निर्देशक डायलॉग राइटर, म्यूज़िक डायरेक्टर, सिनेमेटोग्राफर, एडिटर और बाकी टेकनीशियन्स की टीम चुनता है और उन्हें काम करने का निर्देशन देता है। फिल्म निर्देशक फिल्म की कहानी के अनुसार जगह और कपड़े इत्यादि का चुनाव करता है। कौन सा सीन कहां शूट करना है यह सब कार्य निर्देशक का होता है। 

निर्माता कौन होते हैं?

निर्माता यानि प्रोड्यूसर परियोजना पर पैसा लगाते हैं। वे उत्पादन में शामिल सभी महत्वपूर्ण वित्तीय और व्यावसायिक निर्णय लेते हैं। वे निर्देशक और चालक दल को इस परियोजना के लिए नियुक्त करते हैं। कई निर्माता अभिनेताओं के चयन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे यह सुनिश्चित करते हैं कि फिल्म समय पर पूरी हो जाए और शो के सुचारू संचालन के लिए जिम्मेदार हो। कुछ लाख रुपयों का इंतज़ाम करके प्रोड्यूसर शूटिंग के लिए स्टूडियो बुक कराता है, रील खरीदता है, और फिल्म यूनिट के रोज़ के कर्मचारियों के लिए पैसे जुटाता है। प्रोड्यूसर फिल्म को दिखाने के लिए वितरक या डिस्ट्रीब्यूटर्स को बुलाता है। देश के 6 अलग अलग क्षेत्रों के लिए वितरक प्रोड्यूसर से फिल्म प्रदर्शन के अधिकार खरीदते हैं। डिस्ट्रीब्यूटर या फाइनेंसर से मिले पैसों से प्रोड्यूसर अपनी फिल्म पूरी करता है। फिल्म के बनने में आया खर्च और उसे बेचने से मिले पैसे के बीच का अंतर प्रोड्यूसर की कमाई होती है।

निर्देशक कौन होते हैं?

सभी रचनात्मक निर्णय निर्देशक द्वारा लिए जाते हैं। वे कलाकारों और चालक दल का चयन करता हैं और सभी के लिए कार्यशालाओं का आयोजन करता हैं। चित्र को सफल बनाने के लिए वे संगीत निर्देशकों, संपादकों और साउंड इंजीनियरों जैसे अभिनेताओं और अन्य सभी तकनीशियनों के साथ गहनता से काम करते हैं। किस सीन, किस दृश्य को कब, कहां, कैसे शूट करना है यह सब निर्देशक का ही काम होता है। वह फिल्म से पूरी तरह जुड़ा होता है। एक फिल्म के निर्माण के पीछे मुख्य रुप से निर्देशक का ही हाथ होता है। 

निर्देशक के प्रकार:
  • मंच निर्देशक
  • कार्यक्रम का संचालक
  • तकनीकी निदेशक

निर्माता और निर्देशक की भूमिका

  • निर्माता और निर्देशक अंतिम रूप देने से पहले कई लिपियों से गुजरते हैं।
  • निर्माता और निर्देशक अभिनेताओं का चयन करने के लिए कई ऑडिशन लेते हैं।
  • निर्माता और निर्देशक स्क्रिप्ट में परिवर्तन या सुधार करते हैं।
  • निर्माता और निर्देशक उत्पादन और लागत सहित बजट पर निर्णय लेंते हैं।
  • निर्माता और निर्देशक सुनिश्चित करते हैं कि उत्पादन अनुसूची पर है।
  • निर्माता और निर्देशक सभी चालक दल के सदस्यों की सुरक्षा के उपाय सुनिश्चित करते हैं।
  • निर्माता और निर्देशक शो के लिए आवश्यक स्थान का चयन करते है एवं या सेट का निर्माँण करते हैं। 


एक निर्माता के कौशल

व्यावसायिक कौशल: प्रोड्यूसर के पास यह समझने के लिए अच्छा व्यावसायिक कौशल होना चाहिए कि बाजार में क्या बिकता है और क्या दर्शकों द्वारा स्वीकार नहीं किया जाएगा। चूंकि, यह वित्तीय निवेश करने वाले निर्माता हैं; उनके पास एक परियोजना की व्यवहार्यता का न्याय करने के लिए अच्छा व्यवसाय होना चाहिए।
संचार कौशल: निर्माता विभिन्न लोगों के साथ व्यवहार करते हैं। उनके पास सभी स्तरों पर मशहूर हस्तियों और तकनीशियनों को संभालने के लिए अच्छा संचार कौशल होना चाहिए।

प्रबंधन कौशल: निर्माता लोगों और संसाधनों के सावधानीपूर्वक नियोजन और समन्वय में शामिल होते हैं। उन्हें त्वरित प्रशासनिक निर्णय लेने में सक्षम होना चाहिए।

समस्या को सुलझाने का कौशल: निर्माता उत्पादन या पोस्ट उत्पादन प्रक्रिया के दौरान किसी भी आपात स्थिति को संभालने के लिए त्वरित होना चाहिए। समस्या या आसन्न समस्या को दूर करने और तत्काल सुधारात्मक उपाय करने की क्षमता एक निर्माता की नौकरी का हिस्सा है।

एक निर्देशक के कौशल

रचनात्मकता: एक निर्देशक को पूरी अवधारणा की कल्पना करने और उसके आसपास के अभिनेताओं का मार्गदर्शन करने में सक्षम होना चाहिए। संगीत, नृत्य, दृश्य कला, नाटक और मूर्तिकला की रचना, निर्माण और प्रदर्शन के लिए आवश्यक तकनीकों का ज्ञान आवश्यक है।

संचार और मीडिया: निर्देशकों के लिए विभिन्न संचार तकनीकों और मीडिया उत्पादन का ज्ञान महत्वपूर्ण है।

नेतृत्व कौशल: एक निर्देशक अभिनेताओं और तकनीशियनों को निर्देश देता है और उन्हें सर्वश्रेष्ठ देने में मदद करता है।

समय प्रबंधन: एक निर्देशक को समय प्रबंधन में उत्कृष्ट होना चाहिए। निर्देशकों को अपने साथ-साथ दूसरों के समय का 
प्रबंधन करने में सक्षम होना चाहिए, ताकि उत्पादन निर्धारित समय पर हो।

शैक्षणिक योग्यता

फिल्म निर्माता या निर्देशक बनने के लिए किसी खास शैक्षणिक योग्यता की जरूरत नहीं होती है| सीधे आप 10वीं या 12वीं के बाद फिल्म डायरेक्टर बन सकते हैं| फिल्म मेकिंग  के एकेडमिक कोर्स में एडमिशन लेने के लिए, कैंडिडेट्स को साइंस, कॉमर्स, या ह्यूमनिटीज स्ट्रीमआवश्यक हैं. इसके अतिरिक्त, एलिजिबिलिटी टेस्ट और पर्सनल इंटरव्यू एडमिशन फिल्म मेकिंग के एकेडेमिक कोर्सेज में एडमिशन से पहले की सबसे अहम् चयन प्रक्रियाएं हैं।

वहीं फिल्म का निर्माता बनने के लिए आपके पास मार्केट की समझ व पैसा होना चाहिए। आपको पता होना चाहिए कि कहां पैसा लगाने से लाभ होगा एवं हानि होगी।  डायरेक्टर और निर्माता बनने के लिए एक खास चीज की जरूरत होती है, वह है अनुभव| जितना हो सके अनुभव एकत्रित करें, जैसे- एक टीम को अपने कहे अनुसार चलाना, उसे अपने नियंत्रण में रखना| क्योंकि जब एक फिल्म की शूटिंग होती है तब यह निर्देशक और निर्माता तय करता है कि कौन क्या करेगा ? फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए अंग्रेजी भाषा का ज्ञान होना भी जरूरी है, क्योंकि हमारी इंटरनेशनल भाषा अंग्रेजी है और ज्यादातर डायरेक्टर अंग्रेजी ही बोलते हैं, इसलिए आपको अंग्रेजी सीखनी होगी|

एक फिल्म निर्माता एवं निर्देशक के लिए करियर संभावनाएं

एक फिल्म निर्माता के रूप में फिल्म प्रोडक्शन हाउसेज में आपको रोजगार का अवसर मिल सकता है. ड्रामा प्रोडक्शन,बालाजी मोशन पिक्चर्स,अन्नपूर्णा फिल्म्स,फॉक्स स्टार स्टूडियोज  लीडिंग फिल्म प्रोडक्शन हाउसेज में गिने जाते हैं. प्रोडक्शन हाउसेज के अलावा,आप एक फिल्ममेकर के रूप में  सोशल सर्विसेज,  इंटरप्रेन्यूरियल रोल,कंटेंट प्लेटफार्मएडवरटाइजिंग एजेंसीज, मार्केटिंग फर्म में भी अपना करियर शुरू कर सकते हैं.फिल्म निर्माता के रुप में आपके पास क्रिएटिविटी की ज़रूरत होती है. इस सेक्टर में सक्सेज और ग्रोथ पाने के लिए एक फिल्म मेकर को अपने आइडियाज को अपनी टीम को समझाने के लिए क्लैरिटी ऑफ़ थाट,इम्पोर्टेन्ट डिटेल्स की जानकारी और इफेक्टिव कम्युनिकेशन स्किल्स की ज़रूरत होती है. 

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